आदित्यपुर: भारतीय गैर सरकारी शिक्षक संघ सह समाजसेवी संस्था की 300वीं बैठक आज शेरे पंजाब मिश्रा सेंटर, आदित्यपुर, सरायकेला-खरसावां, झारखंड में डॉ. रुपेश जी की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस बैठक को संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है और पूरे देश में इसे एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
स्वतंत्रता दिवस की विशेष तैयारी
बैठक के दौरान, 15 अगस्त 2024 को स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर संगठन ने एक विशेष शपथ लेने का निर्णय लिया, जो कुछ वर्ष पहले संविधान में प्रस्तावित एक नियम या एक्ट के पालन के प्रति समर्पित होगी। इस बार स्वतंत्रता दिवस को एक अनोखे नारे के साथ मनाने का संकल्प लिया गया है: “ना झंडे से, ना डंडे से, हम लोग संविधान में अपनी पहचान बनाएंगे कलाम के फंडे से।” इस नारे के माध्यम से संगठन संविधान की महत्ता को रेखांकित करेगा और देशभर के निजी शिक्षकों के अधिकारों के लिए अपनी आवाज बुलंद करेगा।
शिक्षक दिवस समारोह की योजना
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 8 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर 121 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। संगठन ने देशभर के निजी शिक्षकों से इस सम्मान समारोह में अनिवार्य उपस्थिति का आग्रह किया है। साथ ही, संगठन की ओर से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री और अन्य मंत्रालयों से अनुरोध किया गया है कि निजी शिक्षकों को भी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाए।
उपस्थित गणमान्य सदस्य
इस महत्वपूर्ण बैठक में संगठन के कई प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष सह संस्थापक डॉ. परमानंद मोदी, राष्ट्रीय सचिव डॉ. नथुनि सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणजीत श्रीवास्तव, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष श्री देव झा, उपाध्यक्ष डॉ. रुपेश कुमार, प्रदेश सचिव डॉ. सुदर्शन कुमार, बोकारो जिला अध्यक्ष जयकुमार पंडित, सरायकेला महासचिव पंकज कुमार गुप्ता, और सहयोगी विनय कुमार सिंह जी प्रमुख रूप से शामिल थे।
यह बैठक संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देशभर के निजी शिक्षकों के अधिकारों और सम्मान के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।