अधिकारी ने बताया- स्मार्ट मीटर में उपलब्ध बैलेंस से फिक्स चार्ज की राशि की कटौती प्रतिदिन की जाती है।
Patna : शुक्रवार 29 अक्टूबर, 2021
देश के कई राज्यों में स्मार्ट मीटर यानी प्रीपेड बिजली मीटर का इस्तेमाल आरम्भ हो चुका है। जिसके तहत इस्तेमाल से पहले ही बिजली के लिए रिचार्ज करवाना होगा। साधारण शब्दों में कहे तो जितना का रिचार्ज आप करवाएंगे उतना का ही बिजली इस्तेमाल कर पाएंगे।
बिजली कंपनी ने समय पर बिल भुगतान न करने वाले लोगों को देखते हुए इसका प्रयोग आरम्भ किया है। अब बिना रिचार्ज के घर का टीवी और पंखा चलने वाला नहीं है। साथ ही बिजली चोरी को रोकने में भी मदद मिलेगी।लेकिन बिजली के इस प्रीपेड स्मार्ट मीटर की वजह से पटना के लोगों की नींद उड़ गई है।
लोग शिकायत कर रहे हैं कि अचानक से उनका रिचार्ज खत्म हो रहा है साथ ही बिजली अचानक से डिस्कनेक्ट हो जा रही है। किसी की शिकायत है कि रिचार्ज करते ही पैसे खत्म हो जाते हैं। वहीं बिजली कंपनी में शिकायत करने के बाद भी कर्मचारी और अधिकारी यह बता नही पा रहे हैं कि बिना इस्तेमाल के पैसे कैसे कट रहें हैं।
आपको बता दें कि बिजली प्री-पेड स्मार्ट मीटर से होने वाली दिक्कतों की शिकायत लगातार आ रही थी जिसे लेकर बिजली कंपनी ने इसे गंभीरता से लिया और गुरुवार को एक वेबिनार का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में बिजली विभाग के इंजीनियरों ने स्मार्ट मीटर से सम्बंधित विषयों और आने वाली शिकायतों पर विशेष जानकारी साझा की।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के कार्यपालक अभियंता विनीत कुमार ने कहा कि बैलेंस शून्य से कम होने पर तीसरे दिन पूर्वाह्न दस बजे से दोपहर एक बजे तक बिजली कट जाती है। हालांकि बिजली कटने से पहले उपभोक्ता के मोबाइल पर एसएमएस एवं एप के जरिए बैलेंस की जानकारी भेज दी जाती है।
बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी की राजस्व अधिकारी आएशा ने बताया कि स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं का बिजली शुल्क पहले की तरह ही है एवं सब्सिडी व अन्य लाभ पहले की तरह ही दिए जा रहे हैं।इसके अतिरिक्त बिल पर तीन प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है। बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि यह सब स्मार्ट मीटर की प्रोग्रामिंग में ही है। और पूरी पारदर्शिता के साथ बिल तैयार होता है।
नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के मीटरिंग एक्जीक्यूटिव स्वामी शरण प्रसाद ने कहा कि बिहार में अब तक 3.15 लाख स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जा चुके हैं। इनमें 1.86 लाख स्मार्ट प्री-पेड मीटर दक्षिण बिहार में तथा 1.28 लाख मीटर उत्तर बिहार में लगाए गए हैं। उपभोक्ताओं की शिकायतों के त्वरित निवारण की भी व्यवस्था की गई है।
हालांकि कंपनी के अधिकारियों की सफाई के बावजूद लोगों की शिकायत है कि प्रीपेड मीटर से उनका बिजली बिल दो गुना बढ़ गया है। और बिना इस्तेमाल के ही उनका रिचार्ज खत्म हो जा रहा है। इसे बिजली कम्पनी की कारस्तानी माना जाए या फिर यह समझा जाये कि स्मार्ट मीटर में ही कुछ गड़बड़ी है।