रांची: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के वरिष्ठ नेता श्री अभय सिंह ने आज झारखंड के प्राचीन सभ्यता के अनमोल त्योहार सरहुल के पावन पर्व पर उरांव समाज, मुंडा समाज, हो समाज, तुरी समाज, भुइयां समाज समेत सभी लोगों को शुभकामनाएं दी।
श्री सिंह ने सरहुल जुलूस में शामिल होकर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह पर्व झारखंड की प्रकृति की पूजा का प्रतीक है। आदिवासी समाज अपने प्रकृति को आराध्या मानकर पूजन करते हैं और ईश्वर के प्रति कृतज्ञता आभार व्यक्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज अनंत काल से सरहुल के माध्यम से अपनी खुशियां, प्रेम और प्यार को इजहार करते हैं और नृत्य करते हैं। इस त्योहार में समाज के बच्चे, बूढ़े, जवान, महिलाएं सभी अपने सांस्कृतिक बेस भूसा से अपने को सवराते हैं और आदिवासी परंपरा का निर्वाह करते हैं।
श्री सिंह ने जुलूस में चना गुड जलजीरा का वितरण भी किया। उन्होंने अखाड़ा के सभी उस्तादों और कमेटी के सदस्यों से मिलकर उन्हें शुभकामनाएं एवं बधाई दी। साथ ही उनके जीवन निरंतर आगे बढ़े यह ईश्वर से प्रार्थना की।
अतिरिक्त जानकारी:
- सरहुल झारखंड का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और नए साल का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है।
- यह त्योहार मुख्य रूप से आदिवासी समुदाय द्वारा मनाया जाता है, जिसमें उरांव, मुंडा, हो, तुरी और भुइयां समाज शामिल हैं।
- सरहुल के दौरान, लोग पारंपरिक नृत्य करते हैं, गाते हैं और एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं।
- यह त्योहार सामाजिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है।