क्रोम के किस संस्करण को करें इस्तेमाल यह सोच कर क्या आप कंफ्यूज हो जाते हैं? तो अब कंफ्यूजन छोड़िए और जानिए कौन सा क्रोम संस्करण आपके लिए है बेहतर?
आज इंटरनेट के बिना जीवन अधूरा सा लगता है। हो भी क्यों ना। मनोरंजन से लेकर समुचित जानकारी एक ही पटल पर मिल जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं? इंटरनेट पर कुछ भी पाने के लिए हमें बोलकर या लिखकर सन्देश भेजना पड़ता है और इंटरनेट उसे ढूंढ कर या सर्च कर हम तक जानकारी पहुंचाता है। यह प्रक्रिया सर्च इंजन या वेब ब्राउज़र के द्वारा सम्भव हो पाता है। इंटरनेट पर कई बेहतरीन वेब ब्राउज़र ऐप्स उपलब्ध है। जैसे :-
सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल है। गूगल ने सर्च करने की सुविधा को बेहतरीन बनाने के लिए कई उत्पाद / ऐप्स बनाये हैं। जिनमें सबसे प्रमुख है क्रोम (Chrome) वेब ब्राउज़र। आज हम गूगल के इस प्रोडक्ट के बारे में बात करेंगे।
गूगल ने कुछ भी ढूंढने या सर्च करने की सुविधा को और बेहतरीन बनाने के लिए क्रोम को बनाया है। क्रोम यूँ ही अचानक से नहीं आया बल्कि यह विभिन्न चरणों से होकर गुजरा है। एक बार पुनः बता दें कि क्रोम में हम वीडियो, ऑडियो, टेक्स्ट, फ़ोटो आदि के बारे में पता लगा सकते हैं। साथ ही उससे सम्बंधित अनेकों जानकारी और सुझाव भी प्राप्त कर सकते हैं।
गूगल प्ले स्टोर पर आपको क्रोम के विभिन्न चार उत्पाद नजर आते हैं-
क्रोम (Chrome),
क्रोम बीटा (Chrome Beta),
क्रोम देव (Chrome Dev),
क्रोम कैनरी (Chrome Canary)
इसे Chrome की विकास प्रक्रिया भी मान सकते हैं जो चार अलग-अलग समय में रिलीज़ हुआ है।
किसे करे इस्तेमाल यह सोच कर क्या आप कंफ्यूज हो जाते हैं? अब कंफ्यूजन छोड़िए और जानिए कौन सा क्रोम संस्करण आपके लिए है बेहतर?
आज हम आपको बताएंगे कि क्रोम के इन चारों उत्पाद क्या है और इनमें क्या अंतर है?
या
गूगल क्रोम ( Google Chrome), क्रोम बीटा (Chrome Beta), क्रोम देव (Chrome Dev) और क्रोम कैनरी (Chrome Canary) में क्या अंतर है?
गूगल ने सबसे पहले क्रोम कैनरी (Chrome Canary) को लाया फिर क्रोम देव (Chrome Dev), उसके बाद क्रमशः क्रोम बीटा (Chrome Beta) और क्रोम (Chrome) को लाया।
क्रोम कैनरी का प्रतीकात्मक चित्र |
1. क्रोम कैनरी (Chrome Canary) – यह गूगल का पहला उत्पाद है जो खासकर डेवलपर्स को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इसमें कई खामियां हो सकती है। जो कि क्रोम का पूरी तरह से अस्थिर संस्करण है। इसमें कई बग हैं, जिन्हें डेवलपर्स की सहायता से अपडेट किया जाता है।
गूगल कहता है कि इसके रिलीज़ का परीक्षण नहीं किया गया है। यह अस्थिर हो सकता है या कई बार चलने में विफल हो सकता है। केवल डेवलपर्स और उन्नत उपयोगकर्ताओं के लिए अनुशंसित है।
यह बार-बार अपडेट किया जाता है। अपडेट प्रति सप्ताह सात बार तक किया जा सकते हैं, जिसमें 100MB इंटरनेट तक की खपत होती है।
क्रोम देव का प्रतीकात्मक चित्र |
2. क्रोम देव (Chrome Dev) – क्रोम कैनरी ब्राउजर के कुछ प्रमुख बगों को ठीक करने के बाद नए संस्करण को क्रोम देव के रूप में जारी किया गया। यह क्रोम कैनरी की तुलना में अधिक स्थिर है।
लेकिन इसके इस्तेमाल में भी समस्याएं आ सकती हैं। जैसे चलते-चलते रुक जाना या हैंग होने जैसी समस्या आ सकती है। बागों को पकड़ने के लिए अभी भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। ताकि उनमें सुधार किया जा सके।
क्रोम बीत का प्रतीकात्मक चित्र |
3. क्रोम बीटा (Chrome Beta) – क्रोम देव के हजारों बगों को ठीक करने के बाद, क्रोम बीटा को लाया गया। यह संस्करण पहले के क्रोम संस्करणों से बेहतर है। लेकिन इसमें भी बग आते रहते हैं। जिनका उपचार किया जाता है।
गूगल क्रोम का प्रतीकात्मक चित्र |
4. क्रोम (Chrome) – इसके बाद क्रोम (Chrome) आया जो की पहले के संस्करणों से बेहतर कार्य कर रहा है। इसने पहले की अस्थिर समस्याओं को हल कर दिया है। जबकि क्रोम बीटा में क्रैश होने या कोई बग मिलने की समस्या आ सकती है। और अब सबसे पॉपुलर ब्राउजर भी है जो मोबाइल के साथ-साथ लैपटॉप, डेस्कटॉप और टैबलेट में उपयोग किया जाता है।
गूगल क्रोम ( Google Chrome) की क्या विशेषता है?
या
गूगल क्रोम ( Google Chrome) के उपयोग करने से क्या लाभ है?
या
गूगल क्रोम ( Google Chrome) दूसरे वेब ब्राउज़र से कैसे बेहतर है?
गूगल क्रोम ( Google Chrome) को अन्य ब्राउज़र की तुलना में बेहतर माना जाता है। और इसका प्रयोग भी सबसे ज्यादा किया जाता है। क्रोम को स्थिर संस्करण माना गया है। क्योंकि इसका इस्तेमाल करते समय आप यह उम्मीद कर सकते हैं की यह चलते हुए हैंग या क्रैश नहीं करेगा। इसके कुछ और बेहतरीन फीचर्स के बारे में बताते हैं –
1. गूगल क्रोम के बारे में बताया गया है कि यह आपके इंटरनेट सर्च के डेटा को 60% तक कम खर्च कर रिजल्ट को डाउनलोड करता है और सुरक्षित ब्राउज़िंग के साथ तेज़ी से ब्राउज़ करने में सहायता प्रदान करता है। सबसे तेज ब्राउजिंग होने के कारण कम डेटा का उपयोग होता है।
2. गूगल क्रोम गुणवत्ता को कम किए बिना टेक्स्ट, फ़ोटो, वीडियो और वेबसाइटों को डाउनलोड करता है।
3. धीमे इंटरनेट या 2G जैसे कनेक्शन पर यह 90% तक डेटा की बचत करता है और स्वचालित रूप से
4. इसका डिज़ाइन भी इस प्रकार से किया गया है कि किसी भी वेबपेज पर आप स्मार्ट सर्च कर सकते है जिसे “टैप टू सर्च” – फीचर का नाम दिया गया है। जैसे – आप जिस पेज का आनंद ले रहे हैं, उस दौरान सामने दिख रहे किसी कंटेंट / इमेज पर खोज शुरू करना है तो आप उस पर टैप कर उसकी विशेष जानकारी पा सकते हैं।
5. क्रोम में एक डाउनलोड बटन दिया गया है, जिसके द्वारा केवल एक टैप से किसी वीडियो, चित्र या संपूर्ण वेबपेज को आसानी से डाउनलोड किया जा सकते हैं। और ऑफ़लाइन होने पर इसे आसानी से दुबारा बिना इंटरनेट के देखा जा सकेगा।
6. यह सेफ ब्राउजिंग देता है, जिससे आपका डेटा कोई चुरा न ले। क्योंकि क्रोम में सेफ ब्राउजिंग बिल्ट-इन है। और जब आप किसी खतरनाक साइटों पर जाते हैं या खतरनाक फ़ाइलों को डाउनलोड करने का प्रयास करते हैं तो यह आपको चेतावनी देता है या आपको सचेत कर आपके फ़ोन को सुरक्षित रखने में आपकी सहायता करता है।
7. इसमें बोलकर भी ब्राउजिंग कर सकते हैं।
8. Chrome में Google अनुवाद पहले से ही अंतर्निहित है। जिससे कि एक टैप से ही संपूर्ण वेबपृष्ठों का आपकी भाषा में अनुवाद हो जाता है।
9. आपकी जरूरतों और रुचियों को पहचानने में माहिर है। क्योंकि यह आपके पिछले ब्राउज़िंग इतिहास के आधार पर आपकी रुचियों को समझता है।
10. जब आप Google खोज बार में कुछ टाइप करते हैं, तो यह उस साइट लिंक को स्वतः ही पूर्ण कर सकता है। और कुछ लिखने पर यह प्रश्नों का सुझाव भी देता है जिससे की आपका समय बच सके।
11. सेटिंग के द्वारा आप अपना इतिहास सहेजे बिना भी ब्राउज़ कर सकते हैं।
12. जब आप Chrome में साइन इन करते हैं, तो आपके बुकमार्क, पासवर्ड और सेटिंग आपके सभी उपकरणों पर स्वचालित रूप से समन्वयित हो जाएंगे।
13. अपडेट होता रहता है जिससे नई सुविधाओं का आनंद प्राप्त किया जा सकता है।
आज की यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें अवश्य बताइयेगा।
गूगल क्रोम (Google Chrome) को अधिक जानने और डाउनलोड करने के लिए नीचे क्लिक करें-
पढ़ें खास खबर–
अपने कवर पेज पर जगह दी है तीन जर्मन ओलंपिक सुंदरियों को। वर्ल्ड फेमस मैगजीन और नग्नता का अहसास दिलाता : PLAY BOY
साइबर अपराधियों का बड़ा अड्डा बना देवघर। झारखंड सहित अन्य राज्यों में भी करते थे अपराध।
कोडरमा पुलिस ने भीड़ को नियंत्रण करने का गुण सीखा।