सिलीगुड़ी | पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी उपमंडल के माटीगाड़ा में पिछले सप्ताह हुई दर्दनाक रेपकांड की घटना शायद मणिपुर की घटना जैसा दर्दनाक नहीं था। क्योंकि इसपर राजनीति नहीं हो रही, नेताओं का हल्लाबोल नहीं हो रहा। क्योंकि यह दर्द किसी हल्ला करने वालों के घर पर हुआ है ? मणिपुर कांड में नंगा नाच करने वाले मुर्दों कहाँ चले गए ? जात और धर्म देखकर रोने वालों अब भी क्या दर्द किसी खास धर्म और जाती वालों को ही आती है या दर्द का रिश्ता केवल दर्द से ही है।
आइये जानते हैं उस दिन पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में क्या हुआ था ?
दिन था सोमवार, 11 अगस्त 2023, पाथरघाटा ग्राम पंचायत क्षेत्र के रवीन्द्रपल्ली में दोपहर करीब तीन बजे एक लड़के ने स्कूल से लौटते समय सड़क किनारे किसी लड़की की दर्द से चिल्लाने की आवाज सुनी। यह दर्द भरी आवाज सड़क के किनारे एक पुराने घर से आ रही थी। यह सुन लड़के ने स्थानीय लोगों को फ़ौरन बुलाया और उस पुराने घर की ओर भागा। सभी उस स्थान पर गए जहाँ से आवाज आ रही थी। दृश्य देख सबकी आँखे फटी की फटी रह गयी। उन्होंने स्कूल यूनिफॉर्म पहने अर्धनग्न अवस्था में खून से लथपथ फर्श पर एक लड़की को पड़ा हुआ देखा। उसके चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया गया था। लड़की कुछ भी बोल पाने की अवस्था में नहीं थी। बेसुध अवस्था में पड़ी लड़की केवल कराहती रही और सबको सामने पाकर वह एक पल के लिए जरुर खुश हुई होगी की अब उसका हत्यारा नहीं बचेगा। सब उसकी तरफ अफ़सोस भरी नजरों से देख रहे थे। कुछ ही मिनटों बाद लड़की ने अंतिम साँस ली और दम तोड़ दिया।
स्थानीय लोगों ने माटीगाड़ा पुलिस को इसकी सूचना दी। एसीपी राजेन छेत्री और डीसीपी अभिषेक गुप्ता सहित माटीगाड़ा पुलिस स्टेशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और यथा स्थिति देख उनके रौंगटे खड़े हो गए। पुलिस टीम ने अपना काम आरम्भ किया और जांचोपरांत उन्होंने शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया।
इस दर्दनाक घटना को अंजाम देने वाले शख्स को खोजने के लिए पुलिस ने विशेष जांच दल का गठन किया। और इस नृशंस हत्या की जांच शुरू कर दी। क्षेत्र में स्थापित सभी उपलब्ध सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का विश्लेषण आरम्भ किया, साथ ही उस इलाके के स्थानीय लोगों और सड़क किनारे दुकान लगाने वालों से भी बात की।
जांचोपरांत पुलिस ने 11वीं की छात्रा की जघन्य हत्या के मामले में 22 वर्षीय मोहम्मद अब्बास को किया गिरफ्तार।
जानकारी के अनुसार, नाबालिग हिंदू लड़की घटना वाले दिन अपने स्कूल से लौट रही थी। वह दार्जिलिंग मोड़ इलाके में एक नेपाली मीडियम स्कूल की छात्रा थी। मुहम्मद अब्बास उसका पीछा कर रहा था। रास्ता सुनसान होने के कारण पहले उसने लड़की का अपहरण किया और बाद में उसे एक सुनसान घर में ले गया। वहां उसने लड़की के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। लेकिन, लड़की के विरोध करने और इस घटना के बारे में सबको बता देने के डर से अब्बास उग्र हो गया। उसने एक भारी पत्थर उठाया और उसका सिर कुचल कर चला गया।
स्थानीय लोगों ने मामले की जानकारी एसीपी राजेन छेत्री, डीसीपी अभिषेक गुप्ता और अन्य पुलिस अधिकारीयों को दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण और स्थानीय निवासियों से बात कर जाँच शुरू कर दी। माटीगाड़ा पुलिस और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने तलाशी अभियान चलाया और मोहम्मद अब्बास को सिलीगुड़ी के लेनिन कॉलोनी में उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अब्बास ने कथित तौर पर अपना द्वारा किये इस जघन्य अपराध को कबूल कर लिया। पुलिस अब यौन उत्पीड़न के पहलू पर जांच कर रही है।
इस सम्बन्ध में 22 अगस्त 2023 को अब्बास को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया और 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। उस दिन अदालत परिसर के बाहर स्थानीय एवं स्वयंसेवी संगठनों के सदस्यों ने इस नृशंस हत्या के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस पर पथराव भी किया।
हत्याकांड के चौबीस घंटे के अंदर पुलिस को मिली कामयाबी।
शव बरामद होने के चौबीस घंटे के अंदर पुलिस ने मोहम्मद अब्बास को गिरफ्तार कर लिया। प्रेस वार्ता के दौरान, डीसीपी अभिषेक गुप्ता ने कहा की, “सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण और निवासियों से बात करने के बाद, हमने आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार किया, वह छिपा हुआ था।” पुलिस ने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान मोहम्मद अब्बास ने अपना अपराध कबूल किया है। मामला रेपकांड का था या नहीं इसपर अभी कोइ जानकारी नहीं मिल पाई है। यह मामला अभी तक रेप करने की कोशिश में नाकामयाब युवक द्वारा किया गया हत्याकांड ही बतलाया जा रहा है।